रविवार, 12 जनवरी 2014

हमारा भाग्यांक

भाग्यांक 1 वाले होते हैं जिम्मेदार
मूलांक 1 वाले होते हैं 'तर्कशाली'

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?

भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।

उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक=1

भाग्यांक 1: यदि आपका भाग्यांक 1 है तो, इसका मतलब आप सूर्य ग्रह से प्रभावित है। आप-अपने परिवार के कर्ता-धर्ता होंगे तथा सभी जिम्मेदारियां आपको ही निभानी पड़ेगी। आपको जीवन में कभी-कभी बहुत लाभ भी हो सकता है तथा अचानक हानि होने की भी सम्भावना रहती है। धन की बचत करने में आप सफल रहेंगे। आपको अनेक प्रकार से धन कमाने के अवसर प्राप्त होंगे। भाग्यांक 1 वाले व्यक्तियों को एक बात अवश्य ध्यान रखनी चाहिए कि कोई भी कार्य प्रेम-पूर्वक करें। आदेशात्मक प्रवृत्ति से किया गया कार्य बिगड़ सकता है। यदि आप व्यवसाय करना चाहते है तो साझेदारी कदापि न करें अन्यथा बाद में पछताना पड़ सकता है।

कैरियर- राजनीति, चिकित्सा क्षेत्र, सैन्य विभाग, हडडी रोग के डाक्टर, प्रशासनिक सेवा, विदुत विभाग, होटल मैनेजमेन्ट, रेलवे विभाग, डाक विभाग आदि क्षेत्रों में आप-अपना कैरियर बना सकते है।

व्यवसाय- आभूषण खरीदना-बेचना, रत्न बेचना, विदुत उपकरण, मेडिकल स्टोर, जनरल स्टोर, कपड़े का कार्य, वाहनों का क्रय-विक्रय, पुस्तक भण्डार, अनाजों का खरीदना-बेचना आदि प्रकार के व्यवसाय आपके लिये अनुकून साबित होंगे।

भाग्यशाली वर्ष- आपके जीवन में जब-जब दो, एक, और चार के अंको का योग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो वह वर्ष आपके लिये अनुकूल साबित होंगे। जैसे- 19वां, 20वां, 22वां,24वां,31वां, 37वां, 40वां, 44वां, 46वां वर्ष आदि आपके लिये परिवर्तन कारी रहेंगे।

अनुकूल नगर- दिल्ली, सूरत, बम्बई, कलकत्ता, उदयपुर, जयपुर, जयपुर, अजमेर, गोवाहाटी, ग्वालियर, कोल्हापुर और गाजियाबाद नगर आपके लिये शुभ रहेंगे।

अनुकूल राष्ट्र- भारत, वर्मा, अरब, शिकागो, हांगकांग, इग्लैण्ड,नीदरलैण्ड, नाइजीरिया और नेपाल देश आपके लिये लाभकारी रहेंगे।

घर का मुख्य द्वार- भाग्यांक 1 वाले जातक यदि अपने घर का मुख्य द्वार पूर्व, पूर्व-उत्तर,( ईशान कोण ) या फिर उत्तर दिशा में रखें तो इनके परिवार में सुख शान्ति व आर्थिक समृद्धि बनी रहेगी।
भाग्यांक 2 वाले होते हैं कंजूस 

मूलांक 2 वाले होते हैं 'सॉफ्ट-सॉफ्ट'

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।

उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक 2- जिन जातकों का भाग्यांक 2 है उन व्यक्तियों पर चन्द्र ग्रह का विशेष प्रभाव रहता है। उनका मन व दिमाग शान्त रहता है। ये अपने कार्य को लेकर संवेदनशील तो होते है,परन्तु बहुत दिनों तक इनका किसी कार्य में मन नहीं लगता है। यह इनका नकारात्मक पक्ष है जिसके कारण इन्हे कई बार अपना व्यवसाय बदलना पड़ता है।

आपका स्वभाव उधार लेना है, भाग्यांक 2 वाले जातक उधार बहुत अधिक लेते है, परन्तु देने में काफी ढीले रहते है। आपको अपनी इस आदत में सुधार करने की आवश्यकता है। वैसे इस अंक वाले लोग कंजूस होते है, परन्तु अच्छे मौकों पर दिल खोलकर खर्च भी करते है। यदि आप कोई व्यवसाय या कहीं पर धन निवेश करना चाहते है तो अपनी पत्नी को साझेदार अवश्य बनायें।

कैरियर- अध्यापक, पत्रकार, एकाउण्टेन्ट, समुद्र यात्रा, शुगरमिल, कृषि विभाग, संगीत, अभिनय, दन्त चिकित्सा, जल सेना, फैसप डिजाइनिंग, माडलिंग आदि क्षेत्रों में आप-अपना कैरियर बना सकते है।

व्यवसाय- सौन्दर्य प्रसाधन, पेट्रोल पम्प, कोल्ड्र डिंक, पानी, संगीत एकाडिमी, होटल, रेस्टोरेन्ट, मिटटी का कार्य, ठेकेदारी, किसी भी क्षेत्र में दलाली, कैरोनीन आयल, प्रकाशन, दूध की डेरी आदि व्यवसाय इस अंक वाले लोग अपना सकते है।

भाग्शाली वर्ष- भाग्यांक 2 वाले व्यक्तियों के लिये अंक 2 व 7 विशेष रूप से प्रभावशाली रहते है। जब-जब इन अंको का योग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो,वह वर्ष आपके लिये लाभकारी प्रतीत होंगे। 20वें व 28वें वर्ष तक की अवस्था तक आपको धन कमाने के अवसर मिलने लगेंगे।25वें व 27वें वर्ष आपके लिये परिवर्तनकारी रहेंगे। 29वें व 31 वें वर्ष में आपके लिये काफी उतार-चढ़ाव वाली स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

अनुकूल नगर- दिल्ली, देहरादून, कलकत्ता, अहमदाबाद, अहमद नगर, बंगलौर, कर्नाटक, लखनऊ, नोएडा आदि शहर आपके लिये
सफलतादायक सिद्ध होंगे।

अनुकूल राष्ट्र- श्री लंका, तिब्बत, फ्रांस, जर्मनी, लन्दन, वियना, अमेरिका, पुर्तगाल, इथोपिया, चीन आदि देश आपके लिये शुभ रहेंगे।

घर का मुख्य द्वार- जिन जातकों का भाग्यांक 2 है। वह लोग अपने घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा, पश्चिम दिशा या फिर उत्तर-पश्चिम (वायव्य कोण) में रखें तो आपके परिवार में प्रगृतिशीलता व सुख समृद्धि बनी रहेगी।

भाग्यांक 3 वाले होते हैं राजसी
मूलांक 3 वाले होते हैं 'घमंडी'

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?

भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।

उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक 3
भाग्यांक 3 वाले व्यक्ति कों का जीवन गुरू ग्रह से प्रभावित रहता है। यह व्यक्ति बहुत निर्णायक, धार्मिक, सात्विक, दार्शनिक, रसायन व
भौतिक शास्त्री व एक शोधकर्ता होते है। वैसे ये लोग बहुत कम राजसी व तामसी प्रकृति के होते है। इसलिए ऐसे जातक मूलतः शान्त प्रकृति के होते है। आप-अपनी प्रवृत्तियों के अनुसार किसी के विरूद्ध होने से डरते नहीं है, आप-अपने विचारों से अपना स्थान स्वंय निर्धारित कर लेंगे।

आप में दया के भाव कूट-कूट के भरे होंगे, इसलिए आप किसी के दुःख को देख नहीं पायेंगे। यदि आप सामाजिक कार्यो में हिस्सा लेंगे तो आप सफलता के चरम तक भी पहॅुच सकते है। कभी-कभी आप धन अर्जित करने के लिये इतना बेताब हो जाते है कि अनैतिक कार्य करने में भी हिचकिचायेंगे नहीं। यदि आप किसी उच्च पद पर आसीन हो जायें तो रिश्वत लेंने में काफी सावधानी बरतें अन्यथा मुसीबत में फॅस सकते है।

कैरियर- अध्यापन कार्य, लेखन कार्य, पुलिस की नौकरी, वकालत, जज, क्लर्क, सचिव, नेवी की नौकरी, कान, नाक के डाक्टर, एम.बी.ए आदि क्षेत्रों में अपना कैरियर सुनिश्चित कर सकते है।

व्यवसाय- सम्पादन कार्य, थोक विक्रेता, पूजन भण्डार, पान की दुकान, मिठाई की दुकान, इत्र का कार्य, फिल्म मेकर, भूमि का क्रय व विक्रय, आभूषण के विक्रेता, पीली वस्तुओं का व्यापार, वक्ता, नेता, शिक्षा और शेयर आदि का व्यवसाय आप अपना सकते है।

भाग्यशाली वर्ष- आपके जीवन में जब-जब 3, 1, 6, 9, इन अंको का योग आयेगा या फिर ये आमने-सामने आयेंगे, तो वह वर्ष आपके लिए विशेष लाभकारी रहेंगे।

अनुकूल नगर- रायपुर, रावलपिण्डी, रामपुर, रंगून, राउरकेला, बड़ौदा, अहमदाबाद, फैजाबाद, हरियाणा, कलकत्ता और पंजाब आदि नगर आपके लिये शुभ रहेंगे।

अनुकूल देश- नेपाल, हालैण्ड, इंगलैण्ड, डेनमार्क, न्यूयार्क, आस्ट्रेलिया, कम्बोडिया, न्यूजीलैण्ड, बर्लिन, कनाडा आदि देश आपके लिए लाभकारी रहेंगे।

घर का मुख्य द्वार- भाग्यांक 3 वाले व्यक्ति यदि अपने गृह का मुख्य द्वार दक्षिण, पश्चिम या पूर्व-उत्तर (ईशान कोण) में रखें तो आपके परिवार के लिए विशेष लाभकारी रहेगा।

परिवर्तनशील होते हैं भाग्यांक 4 वाले

मूलांक 4 वाले होते हैं 'मस्त-मौला'

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?

भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।
उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक 4

भाग्यांक चार वाले व्यक्तियों के विचार परिवर्तनशील होते है। यदि ऐसा व्यक्ति किसी धर्म का प्रचारक हो गया तो जल्द ही वह अपने विचारों से समाज को एक नई दिशा दिखाने में कामयाब होगा। आप किसी भी क्षेत्र में जायें, परन्तु अपने अथक परिश्रम से सफलता प्राप्त ही कर लेंगे। यदि आप राजनीति में जायेंगे तो आप एक पार्टी में स्थिर न रहकर, दूसरी पार्टी में चले जायेंगे।

आप तर्क करने में काफी कुशल होंगे इसलिए वाद-विवाद करके आप दूसरों पर अपना अधिकार जमा लेंगे। आपको क्रोध जल्दी आता है, परन्तु समाप्त भी जल्दी ही हो जाता है। इसी कारण कुछ लोग आपके शत्रु बन जाते है। आपकी जरूरते तो अवश्य पूर्ण होगी परन्तु ख्वाहिसे पूरी करने के लिए काफी इन्तजार करना पड़ेगा। आप किसी की भी निन्दा न करें व प्रत्येक के गुणों की प्रशंसा करें। आप अपने बुढ़ापे के लिए धन का संचय अवश्य करें अन्यथा कष्टकारी रहेगा। यात्रा के दौरान आप किसी पर विश्वास न करें अन्यथा हानि हो सकती है।

कैरियर- ज्योतिष का कार्य, प्रोफेसर, वास्तुकला, उपदेशक, रेलवे की नौकरी, हवाई सेवा, मोटर चालक, इलेक्ट्रानिक मीडिया, दूर संचार विभाग, डिजाइनर, इन्जीनियरिंग, पी.डब्लू.डी में नौकरी, होटल में मैनेजर, डाक विभाग आदि में आप-अपना कैरियर बना सकते है।

व्यवसाय- ईंट का भठठा, सीमेन्ट व बालू का कार्य, बुटीक का कार्य, शराब, स्पिरिट, तेल व इत्र का व्यवसाय, पेन्टिंग का कार्य, रेलवे की ठेकेदारी, कागज का कार्य, बिल्डिंग का निर्माण, धार्मिक स्थलों पर गाइड का कार्य, फास्टफूड आदि का व्यापार आपके लिए फायदेमन्द रहेगा।

भागयशाली वर्ष- भाग्यांक चार वाले व्यक्तियों के जीवन में जब-जब 4, 2, 1, 7 इन अंको का योग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो वह वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेंगे। 30 वर्ष से 40 वर्ष की अवस्था तक आपको धन के मामले में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आपके लिए 22वां , 28वां , 31वां , 40वां , 43वां, 47वां व 71 वां वर्ष शुभ रहेंगे।

अनुकूल नगर- बम्बई, चेन्नई, कानपुर, भूपाल, इन्दौर, बिजनौर, गोरखपुर, मुरादाबाद, हरिद्वार, ये शहर आपके लिए शुभ रहेंगे।

अनुकूल देश- इटली, जापान, इण्डोनेशिया, वाशिंगटन, बांग्लादेश, जर्मनी आदि देश आपके लिए शुभ रहेंगे।

घर का मुख्य द्वार- भाग्यांक चार वाले जातक यदि अपने घर का मुख्य द्वार पूर्व या पूर्व-दक्षिण (आग्नेय कोण) के कार्नर पर रखें तो आपको लाभकारी परिणाम मिलेंगे।


बुद्धिमान होते हैं भाग्यांक 5 वाले

मूलांक 5 वाले होते हैं 'बुद्धिमान'

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?

भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।

उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक5- आपकी बुद्धि का मुकाबला शायद ही कोई कर पायेगा, इसलिए आप किसी भी प्रश्न को सुलझााने में कामयाब होंगे। आपके पास कई प्रकार की मानसिक शक्तियां होंगी, जो आपके स्वभाव को रहस्यमयी बना देगी। आप-अपने पैर कई जगह पसारने की कोशिश करेंगे परन्तु एक ही कार्य पर मन लगाये तो बेहतर होगा।

आपका मन घूमने-फिरने में ज्यादा लगेगा तथा प्रत्येक वाहन में बैठने की आपकी प्रबल इच्छा होगी। आप कोई भी बात जल्दी कहकर भूल जाते है, उसके बाद दूसरे पर रौब झाड़ते है। आप-अपने मित्रों से बहुत प्रेम करेंगे तथा अपनी शक्ति से अधिक मदद करने के लिए भी तत्पर रहेंगे। आप-अपनी मधुर वाणी से सबको मोह लेते है, यह आपकी अदभुत क्षमता है। आप-अपने शरीर का बहुत ज्यादा ख्याल रखेंगे इसलिए आप प्रौढ़ावस्था में भी जवान जैसे लगेंगे। आप-अपने शरीर से अधिक से अधिक काम लेने के बावजूद भी स्फूर्तिवान बने रहेंगे।

आप-अपना सम्बन्ध समाज के उच्च लोंगो से बनायें रखें जो भविष्य में लाभकारी प्रतीत होगा। आप अनेक विषयों की जानकरी रखते है, यह अच्छी बात है परन्तु अपना मत दूसरों पर थोपने का प्रयास न करें। आप अत्यधिक चिन्ता न करें अन्यथा मानसिक बीमारी हो सकती है।


कैरियर- पर्यटन विभाग, टेलीफोन विभाग, बीमा क्षेत्र, बैंकिग क्षेत्र, गृह मन्त्रालय, गणित के अध्यापक, पोस्टमैन, सिंचाई विभाग, संगीत का क्षेत्र, एंकरिंग, राजनीति का क्षेत्र, खेल और मार्केटिंग से सम्बन्धित कैरियर का चुनाव कर सकते है।


व्यवसाय- तम्बाकू, पान मसाला, कत्था, किमाम, पुस्तक के थोक विक्रेता, दूर संचार विभाग की ठेकेदारी, रेलवे के पार्टो का कारखाना, चूडि़यों का व्यापार, कपड़े का व्यापार, हरी वस्तुओं का व्यापार तथा फर्नीचर आदि का व्यवसाय आपके लिए लाभप्रद रहेगा।

भाग्यशाली वर्ष- भाग्यांक5 वाले जातकों के जीवन में जब-जब 5, 3, 7,और 2 इन अंको का योग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो वह वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेंगे।

जैसे- 14वां, 23वां, 25वां, 37वां, 41वां, 43वां, 50वां, व 56वां वर्ष आपके लिए बेहद अनुकूल रहेंगे।

अनुकूल नगर- लखनऊ, नोएडा, अहमदाबाद, नई दिल्ली, मुम्बई, गोवा, केरल, कलकत्ता, भुवनेश्वर आदि शहर आपके के लिए शुभ रहेंगे।

अनुकूल देश- सिंगापुर, स्पेन, साउदी अरब, कोरिया, आयरलैण्ड, अमेरिका आदि देश आपके लिए लाभप्रद रहेंगे।

घर का मुख्य द्वार- आप-अपने घर का मुख्य द्वार यदि उत्तर या पूर्व-उत्तर(ईशान कोण) में रखें तो आपके परिवार में खुशहाली व आर्थिक सम्पन्नता बनी रहेगी।


सुंदरता प्रेमी होते हैं भाग्यांक 6 वाले

मूलांक 6 वाले होते हैं 'शौकीन मिजाज'
भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?
भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।
उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1
भाग्यांक 6- इन जातकों का जीवन शुक्र ग्रह से प्रभावित रहता है। शुक्र ग्रह सौन्दर्य का प्रतीक माना जाता है। आपमें एक विशेष प्रकार की आकर्षण शक्ति होगी, इसलिए लोग आपसे जल्दी प्रभावित हो जाते है। सुन्दर कलात्मक संगीत व साहित्य से आपको विशेष लगाव रहता रहेगा। आप कोई भी कार्य समय से करने में विश्वास रखते है इसलिए आपको आलसी लोग पसन्द नहीं आते है। आपको कुरूपता पसन्द नहीं है इसलिए आप कुरूप लोगों से ज्यादा नजदीकियां नहीं बढ़ाते है।
प्रत्येक पर विश्वास न करें या फिर करें भी तो पहले उसका परीक्षण अवश्य कर लें। मोटापा ज्यादा होने की सम्भावना है, इसलिए आपको-अपने खान-पान पर विशेष सावधानी बरतनें की आवश्यकता है। आप प्रतिवाद की भावना में कभी न फॅसे अन्यथा अपने लक्ष्य ये भटक सकते है। आप-अपनी गल्तियों को सही साबित करने का प्रयास करते हैं, इस आदत में सुधार लाने का प्रयास करें। दूसरो के अनुभवों से लाभ उठाने की आदत डालें। चटपटे व स्वादिष्ट व्यंजनों के प्रति आपका विशेष लगाव रहता है, परन्तु इससे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है।
कैरियर- परिवहन विभाग, पर्यटन विभाग, रेसलिंग, टीवी शो, थियेटर, भूर्गभ विभाग, उद्यान विभाग, समाज कल्याण, सचिवालय विभाग आदि में आप-अपना कैरियर निर्धारित कर सकतें है।
व्यवसाय- रेस्टोरेन्ट, शिल्प कार्य, साहित्य, फिल्म विज्ञापन, परिवहन विभाग की ठेकेदारी, वस्त्रों का व्यापार, हीरे का बिजनेस, सौन्दर्य प्रसाधनों का कार्य, सफेद वस्तुओं का कार्य, खनिज कार्य, पेन्टिंग, निर्माण कार्य, आदि से सम्बन्धित व्यवसाय आपके लिए लाभदायक सिद्ध होंगे।
भाग्यशाली वर्ष- भाग्यांक 6 वाले व्यक्तियों के जीवन में जब-जब 6, 9, 3 व 2 इन अंको का योग आयेगा तो वह वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेंगे। जैसे- 21वां , 24वां , 30वां , 33वां , 39वां , 42वां , 46वां , 54वां , 56वां , ये वर्ष आपके लिए अच्छे रहेंगे।
अनुकूल नगर- मुरादाबाद, पंजाब, चण्डीगढ़, गाजियाबाद, बिजनौर, नालन्दा, जयपुर, अम्बेडकर नगर आदि शहर आपके लिए शुभ रहेंगे।
अनुकूल देश- कनाडा, जापान, कराची, बर्लिन, साउथ अफ्रीका, कोलम्बिया, रूस आदि देश आपके लिए आपके लिए अच्छे रहेंगे।
घर का मुख्यद्वार- भाग्यांक 6 वाले जातक यदि अपने घर का मुख्यद्वार पश्चिम या फिर पूर्व-उत्तर(ईशान कोण) में रखें तो परिवार व कैरियर के लिए बेहद अनुकूल रहेगा।


रहस्यमयी होते हैं भाग्यांक 7 वाले

मूलांक 7 वाले होते हैं ' तुनक मिजाज'

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?

भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।

उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक 7- ये जातक कुशल तार्किक, स्पष्टवादी व अधिक वार्तालाप करने वाले होते है। ऐसे जातक रहस्यात्मक क्रियाओं को लिए होते है। ये अपना अलग अस्तित्व बनाने के प्रयास में लगातार मेहनत करते-रहते है। अतः इस अंक के चरित्र को समझने में काफी कठिनता आती है। ये जातक स्वतंत्रता के बारें में विशेष रूचि रखते है। आप समाजिक व आर्थिक रूप से अपने उपर ही निर्भर रहेंगे। आपके जीवन में एक बात दिखाई देगी, यदि कोई परम्परा आप पर हावी होगी तो उसे तोड़ने में आप देरी नहीं करेंगे।

कभी-कभी आप-अपना नियंत्रण खो बैठेंगे, और परिणाम को सोंचे बगैर कार्य कार्य करने लगते है। यह स्थिति आपके लिए हितकर नहीं है। आपका जीवन जल की क्रियाओं से दुर्घटनाजनित हो सकता है, अतः सावधानी बरतें। आपकी सबसे बड़ी खासियत है, कि आप बहुत कर्मशील, स्फूर्तिवान तथा आकर्षण से युक्त होंगे। आपकी भावुकता तथा दिमाग में उठने वाला बीज कुछ भी करा सकता है।

आप जो भी अपने जीवन में करेंगे बड़ी सुचारता से करेंगे। आपकी प्रकृति बहुत गहरी होगी और आप सोचने के बाद ही उस कार्य को करेंगे। आप वही कार्य करेंगे जिसमें आपको लाभ होगा।

कैरियर- योग शिक्षक, एग्रीकल्चर विभाग, तैराकी, पत्रकारिता, बीमा कम्पनी, सर्जरी चिकित्सा, गुप्तचर विभाग आदि में आप-अपना कैरियर बना सकते है।

व्यवसाय- बागवानी का कार्य, कृषि कार्य, तरल पदार्थो का व्यापार, आयुर्वेदिक दवाओं का व्यापार, बिजली की दुकान, मोटर पार्टस आदि से सम्बन्धित आप व्यवसाय करेंगे तो लाभप्रद साबित होगा।

भाग्यशाली वर्ष- आपके जीवन में जब-जब 7, 2, 4 इन अंको का येग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो वह वर्ष आपके लिए शुभ रहेंगे। जैसे- 16वां , 25वां, 27वां, 31वां, 34वां, 43वां, 52वां, 56वां, व 70 वां ये वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेंगे।

अनुकूल नगर- कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट, बंगलौर, गुजरात, नैनीताल, देहरादून, टनकपुर आदि शहर आपके लिए शुभ रहेंगे।

अनकूल देश- केपटाउन, कोलम्बो, बैंकाक, स्वीडन, मास्को, कनाडा आदि देश आपके लिए शुभ रहेंगे।

घर का मुख्यद्वार-इन जातकों के घर का मुख्यद्वार यदि पश्चिम या फिर पूर्व-दक्षिण(आग्नेय कोण ) में हो तो इनके परिवार की प्रगति और खुशहाली बरकरार रहेगी।

संघर्षमयी होते हैं भाग्यांक 8 वाले

मूलांक 8 वाले होते हैं 'मेहनती'

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?

भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।

उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक 8- ऐसे व्यक्तियों का जीवन शनि ग्रह से प्रभावित रहता है। आपका पूरा जीवन संघर्ष में व्यतीत होता है। आप साहसी है, अतः आप प्रत्येक खतरों को अपने साहस के बल पर नष्ट कर देंगे। आप किसी भी कार्य को बड़ी लगन से करते है परन्तु जैसे ही सफलता आपको मिल जाती है, वैसे ही आपका कार्यो के प्रति रूझान कम पड़ जाता है।

आप गम्भीर विचारों के स्वामी होंगे जिसके कारण लोग आपको सम्मान देंगे। आपको छोटा कार्य या छोटा पद पसन्द नहीं आयेगा। आप निर्भय, स्पष्टवादी व लग्नशील होंगे इसलिए आप-अपनी इच्छा पूरी करने के लिए बड़े से बड़ा त्याग भी करने को तैयार रहेंगे। आप भाग्यवादी होंगे परन्तु जीवन में अनेक कठिन कार्यो को कर दिखायेंगे। आपके जीवन में परिवर्तन की हवा बहेगी परन्तु आप सकारात्मक व सजग रहें।

आप कम बोलने में ज्यादा विश्वास करेंगे। जरूरत से ज्यादा किसी पर विश्वास करना आपके लिए घातक सिद्ध हो सकता है। आपके जीवन में काफी उतार-चढ़ाव आयेंगे परन्तु आप धैर्य न खोंये यही सफलता का सूत्र है। किसी दुर्घटना के भय से आपका मन चिन्तित रहेगा।

कैरियर- इन्जीनियरिंग, वैज्ञानिक खोज, ज्योतिष का कार्य, कर्मकाण्ड, वकालत, न्यायाधीश, खनिज विभाग, सेना में नौकरी, तकनीकी कार्य, कृषि कार्य, हार्स राइडिंग, पनडुब्बी, राजनीति आदि क्षेत्र में आप-अपना कैरियर चुन सकते है।

व्यवसाय- काली वस्तुओं का व्यापार जैसे- तिलहन, काले तिल आदि, ट्रांसपोर्ट का कार्य, मुर्गी पालन, लकड़ी का कार्य, बिजली का कार्य, लोहे का कार्य, शिल्प कला का कार्य, कृषि कार्य, वाहन की ऐजेन्सी, मोटर पाटर््स आदि के व्यवसाय आपके लिए अनुकूल रहेंगे।

भाग्यशाली वर्ष- आपके जीवन में जब-जब 8, 4, 7, 2, इन अंको का योग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो वह वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेंगे। जैसे- 16वां , 17वां, 26वां, 31वां, 35वां, 38वां, 44वां, 53वां, 58वां, 70वां, ये वर्ष आपके लिए अच्छे रहेंगे।

अनुकूल नगर- मेरठ, लखनऊ, फिरोजाबाद, कानपुर, इलाहाबाद, जॅहागीराबाद, सूरत, नासिक, ये शहर आपके लिए अनुकूल रहेंगे।

अनुकूल देश- उत्तरी अमरीका, चीन, बांगलादेश, स्वीडन, आस्ट्रिया, साउदी अरब ये देश आपके लिए अनुकूल रहेंगे।

घर का मुख्यद्वार- ये लोग यदि अपने घर का मुख्यद्वार पूर्व-द(आग्नेय कोण) या फिर दक्षिण-पश्चिम(नैऋत्य कोण) में रखें तो अनुकूल परिणाम मिलेंगे।

बहादुर होते हैं भाग्यांक 9 वाले

भाग्यांक द्वारा जानें अपना व्यवसाय व कैरियर- अंक ज्योतिष में भाग्यांक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। भाग्यांक का अर्थ है। आपके जीवन का वह महत्वपूर्ण अंक जिसके द्वारा आप-अपना व्यवसाय व कैरियर निर्धारित कर सके। अब सवाल यह आता है कि भाग्यांक जाना कैसे जाय?

भाग्यांक जानने के लिये, जन्म तिथि, जन्म मास और जन्म वर्ष की आवश्यकता होती है।

उदाहरणः माना किसी जातक का जन्म 26 नवम्बर 1980 को है, तो उस जातक का भाग्यांक निम्नलिखित तरीके से निकाला जा सकता है।
जन्म तारीख, जन्म मास और जन्म वर्ष= भाग्यांक
जन्म तारीख, 26=2+6=8
जन्म मास, 11=1+1=2
जन्म वर्ष, 1980=1+9+8+0=18=1+8=9
तो इस प्रकार इस जातक का भाग्यांक=
8+2+9=19=1+9=10=1+0=1

भाग्यांक 9- भाग्यांक नौ वाले जातकों के जीवन का प्रतिनिधित्व मंगल ग्रह करता है। इन व्यक्तियों में नेतृत्व करने का तथा संगठन करने का विशेष गुण विद्यमान होता है। ऐसे व्यक्तियों का जन्म साधारण कुल में होते हुए भी ऐ लोग अपनी मेहनत के बल पर उच्च मुकाम हासिल कर लेते है। आप कभी आने वाले संकटो से घबराते नहीं ओर साहस से कार्य कर उन संकटो को दूर कर देते है।

आपको क्रोध जल्दी आता है, इसलिए कई बार नुकसान भी उठाना पड़ जाता है। आप स्वतंत्र विचार के होंगे, इसलिए किसी के अधीन कार्य करना पसन्द नहीं करेंगे। आप वह कार्य करना पसन्द करेंगे जिसमें कठिनाईयां हो तथा कुछ अलग तरह के कार्य हो। आप देखने में तो कठोर होंगे परनतु अन्दर से उतने उदार भाव के होंगे। आप बहुत ही प्रतिभाशाली होंगे व आपके समक्ष कोई भी व्यक्ति बोलने का साहस नहीं करेगा, परन्तु पीठ पीछे लोग आपकी आलोचना करेंगे।

आपकी लेखन शैली सुन्दर होगी। आपके पास कुछ न हो परन्तु फिर भी आप शान-शौकत से ही रहना पसन्द करेंगे। आप इधर की बात उधर न करें और न ही ऐसे लोगों को अपने पास बैठायें।

कैरियर- प्रशासनिक सेवा, बीटेक, गुप्तचर विभाग, आर्मी, आरकिटेक्ट, भूगर्भ विभाग, फोटोग्राफी, समाज कल्याण, भूमि का क्रय-विक्रय, सचिवालय विभाग चिकित्सा क्षेत्र, आदि से सम्बन्धित आप-अपना कैरियर निर्धारित कर सकते है।

व्यवसाय- सर्जरी का सामान, कोर्ट-कचहरी, ठेकेदारी, मेडिकल की दुकान, धर्म उपदेशक, औषधि निर्माण कारखाना, आदि से सम्बन्धित आप व्यवसाय करेंगे तो आपको लाभ मिलेगा।

भाग्यशाली वर्ष- 9, 6, 3 और 5 इन अंको का जब-जब योग आयेगा या फिर ये अंक आमने-सामने आयेंगे तो वह वर्ष आपके लिए लाभकारी प्रतीत होंगे। जैसे- 18वां, 27वां, 30वां, 36वां, 45वां, 54वां, 59वां, 69वां, ये वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेंगे।

अनुकूल नगर- उड़ीसा, भुवनेश्वर, चण्डीगढ़, सिकन्दराबाद, पुणे, गोवा, जयपुर, अजमेर, पिथौरागढ़ आदि शहर आपके लाभकारी प्रतीत होंगे।

घर का मुख्यद्वार- आप यदि अपने घर का मुख्यद्वार दक्षिण या फिर दक्षिण-पश्चिम(नैऋत्य कोण) में रखें तो आपके परिवार में सुख शान्ति व समृद्धि बनी रहेगी।

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