अधिकांश माता-पिता और युवाओं
की एक महत्वपूर्ण समस्या
है सही समय
पर विवाह। आधुनिकता की
दौड़ में युवा
अपने कैरियर को
लेकर इतने व्यस्त
रहते हैं कि
उनकी शादी की
सही आयु कब
निकल जाती है
उन्हें पता भी
नहीं चलता। ऐसे
में कई लोगों
के लिए विवाह
होना और मुश्किल हो
जाता है। व्यक्ति चाहे
वह लड़का हो
या लड़की शादी
को लेकर सभी
उत्साहित ही रहते हैं।
एक समय के
बाद विवाह जीवन
के लिए आवश्यक
हो जाता है।
विवाह तो सिर्फ
लड़के और लड़की
होता है परंतु
उनसे जुड़े होते
है दो परिवार। एक
विवाह दोनों परिवारों के
सुख-दुख का
फैसला कर देता
है।
यदि विवाहित दंपत्ति का
जीवन सुखी और
खुशियों भरा हो तो
दोनो के परिवार
भी खुश ही
रहते हैं। इसके
विपरित होने पर
दोनों परिवारों को
काफी परेशानियों का
सामना करना पड़ता
है।इन्हीं परेशानियों से बचने के
लिए शादी बहुत
सोच-समझकर की
जाती है। विवाह
को लेकर लड़का
और लड़की तथा
उनके परिवार पूर्ण
सावधानी रखते हैं। फिर
भी कई बार
चूक हो जाती
है। यदि आप
चाहते हैं कि
आपके साथ ऐसा
ना हो और
आपकी पत्नी सुलक्षणा और
सर्वगुण सम्पन्न हो तो नीचे
लिखे मंत्र का
जप करें। इस
मंत्र के नियमित
रूप से जप
करने से आपको
शीघ्र ही सर्वगुण सम्पन्न पत्नी
मिलेगी।
पत्नी मनोरमां देहि मनोवृतानुसारिणीम् ।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भावम्।।
पत्नी मनोरमां देहि मनोवृतानुसारिणीम् ।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भावम्।।
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