गुरुवार, 12 सितंबर 2013

निर्माण कार्यों का निरीक्षण आपका अधिकार है

कई बार आपको मांगी गई सूचना के बदले ग़ैर ज़रूरी सूचना थमा दी जाती है या फिर आपके मोहल्ले या शहर की सड़क बनने के एक महीने के भीतर ही टूट जाती है. फिर सालों तक उसकी मरम्मत नहीं होती. आख़िर सरकार ने तो पूरा पैसा दिया था, तब इतनी घटिया सड़क क्यों बनी? सड़कें निर्धारित मापदंड के अनुसार क्यों नहीं बनीं? सड़कों की चौड़ाई निर्धारित सीमा से कम क्यों हो जाती है? मस्टर रोल में भी फर्जी इंट्री की शिक़ायतें आम हैं. सड़क बनाने के काम पर अक्षम और गांव में न रहने वाले लोगों की एंट्री भी मस्टर रोल में दिखा दी जाती है. आख़िर इस सबका उपाय क्या है? सूचना क़ानून में ऐसी समस्याओं का समाधान है. इसके तहत कई प्रकार के निरीक्षण की व्यवस्था है. निरीक्षण का मतलब है कि आप किसी भी सरकारी विभाग की फाइलों या किसी भी विभाग द्वारा कराए गए कामों का निरीक्षण कर सकते हैं. उदाहरण के लिए आपके क्षेत्र में यदि कोई सड़क बनाई गई है और आप सड़क निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री या सड़क की गुणवत्ता से संतुष्ट नहीं हैं तो आप निरीक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं. आप सरकारी फाइल का निरीक्षण कर सकते हैं. कई बार जब आप किसी सरकारी विभाग से सूचना मांगते हैं तो आपसे कहा जाता है कि अमुक सूचना हज़ार पृष्ठों की है और इसके लिए आपको एक खास शुल्क अदा करनी होगी. कुछ मामलों में तो आवेदक से लाखों रुपये तक की मांग की गई है. ज़ाहिर है, एक ज़िम्मेदार और जागरूक नागरिक होने के नाते आप यह ज़रूर जानना चाहते होंगे कि इन स्थितियों का मुक़ाबला कैसे किया जाए? आरटीआई एक्ट की धारा 2(जे)(1) के तहत आप किसी भी सरकारी काम या फाइल के निरीक्षण की मांग कर सकते हैं. इस अंक में हम इसी से संबंधित एक आरटीआई आवेदन प्रकाशित कर रहे हैं, जिसका इस्तेमाल आप ऐसे मामलों के लिए कर सकते हैं. चौथी दुनिया आपकी समस्या के समाधान या सुझाव के लिए हमेशा आपके साथ है. आप हमसे पत्र, ईमेल या फोन के ज़रिए संपर्क कर सकते हैं.
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