रविवार, 8 मार्च 2015

घरेलू उपचार से करें मुहासे गायब

प्रदूषित धुआं, धूल के कण, सिर में डेंड्रफ, रक्त में अशुद्धि, तेलीय त्वचा जैसी समस्याओं के चलते अक्सर चेहरों पर मुहांसे निकल आते हैं। सही समय पर इनका उपचार नही होने से यह समस्या विकराल रूप भी धारण कर लेती है।
घरेलू उपचार
  • लहसुन की कुछ कलियों को कुचलकर, इसे एक चम्मच दही और आधा चम्मच शहद मिलाकर मुहांसों पर आहिस्ता-आहिस्ता इस लेप को लगाना चाहिए। करीब 15 मिनट बाद चेहरे को साफ पानी से धुल लेना चाहिए। ऐसा करने से मुहांसे शीघ्र खत्म हो जाते हैं। माना जाता है कि महज 2 लहसून की कलियों को कुचलकर प्रतिदिन मुहांसों पर लगाया जाए तो भी काफी फायदा होता है।
  • चेहरे पर हल्दी का चूर्ण और नीम की पत्तियों का रस मिलाकर लगाया जाए तो मुहांसे खत्म होने लगते हैं। दही, हल्दी और लौंग का चूर्ण आपस में मिलाकर मुहांसों पर लगाया जाए तो राहत मिलती है।
  • हिमाचल में महिलाएं पारंपरिक ज्ञान के अनुसार सेव के फलों को कुचलकर रस तैयार करती हैं और इस रस को मुहांसों और चेहरे के अन्य दाग धब्बों वाले हिस्सों पर लगाती हैं, ऐसा करने से मुहांसों में आराम मिलता है और त्वचा के पुराने दाग-धब्बे भी समाप्त हो जाते हैं।
  • चंदन, हल्दी और गुलाब जल का मिश्रण तैयार कर फेसपैक तैयार किया जाए और सप्ताह में कम से कम एक बार रात को 15 मिनट के लिए इसे लगाकर रखा जाए तो मुहांसे होने की गुंजाईश काफी हद तक कम हो जाती है। यदि चेहरे पर मुहांसे हों तो वो भी खत्म हो जाते हैं।
  • जानकारों के अनुसार उन महिलाओं को ज्यादा मुहांसे होते हैं जिनके चेहरे की त्वचा तेलीय होती है। तेलीय त्वचा पर धूल और मिट्टी के कण अक्सर चिपक जाते हैं या सिर से झडऩे वाले डेंड्रफ इस तेल की वजह से चेहरे पर चिपक जाते हैं और फिर सूक्ष्मजीवी संक्रमण से मुहांसे बन जाते हैं।
  • हर्बल नुस्खों से मिटाएं चेहरे के दाग-धब्बे
  • सामान्यत: मुहांसों के होने के बाद या चेहरे पर आईं खरोचों के बाद इनके निशान चेहरे से दूर नहीं होते हैं, ऐसे निशानों को दूर करने के लिए इन पारंपरिक हर्बल नुस्खों को अपनाया जा सकता है।
  • पान के एक पत्ते को कुचल लिया जाए और इसमें एक चम्मच नारियल का तेल मिला लिया जाए। इसे चेहरे या शरीर के किसी भी हिस्से पर बने दाग, काले निशान या धब्बों पर लगाकर कुछ देर रखा जाए और फिर धो लिया जाए। ऐसा सप्ताह में कम से कम 2 से 3 बार किया जाए तो 3 महीने के भीतर निशान मिट सकते हैं।
  • एक आलू को बारीक पीस लिया जाए और इसमें 2-3 चम्मच कच्चा दूध मिला लिया जाए ताकि पेस्ट तैयार हो जाए। इस पेस्ट को प्रतिदिन सुबह शाम कुछ देर के लिए काले निशानों पर लगाकर रखा जाए और फिर धो लिया जाए, शीघ्र ही निशान दूर हो जाएंगे।
  • प्रतिदिन ग्लिसरीन और नींबू रस की समान मात्रा चेहरे के काले धब्बों पर लेपित की जाए तो जबरदस्त फायदा होता है और जल्द ही गहरे काले निशानों की छुट्टी हो जाती है।
चेहरे की झुर्रियां
  • कम उम्र में चेहरे पर झुर्रियां बनने की कई वजहें हो सकती है लेकिन कुछ पारंपरिक हर्बल नुस्खों को अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है।
  • सेव को कुचल लिया जाए और इसमें कुछ मात्रा कच्चे दूध की मिला ली जाए और चेहरे पर लगाया जाए। जब यह सूख जाए तो इसे धो लिया जाना चाहिए। सप्ताह में कम से कम 4 बार ऐसा करने से काफी फायदा होता है।
  • दो टमाटर को लेकर कुचला जाए और इसमें 3 चम्मच दही और दो चम्मच जौ का आटा मिला दिया जाए। चेहरे पर इस मिश्रण को कम से कम 20 मिनट के लिए लगाकर रखा जाए तो यह त्वचा क ी सिकुडऩ में मदद करता है जिससे झुर्रियां कम होने लगती हैं। इस उपाय को सप्ताह में 2 बार कम से कम 1 माह तक उपयोग में लाना चाहिए, फायदा होता है।
  • रात में सोने जाने से पहले संतरे के 2 चम्मच रस में 2 चम्मच शहद मिलाकर चेहरे पर 20 मिनिट तक लगाए रखना चाहिए, बाद में साफ कपास को दूध में डुबोकर चेहरे की सफाई करनी चाहिए, ऐसा प्रतिदिन करा जाए तो सकारात्मक परिणाम जल्द ही दिखने लगते हैं।
  • हर्बल वैद्यों की जानकारी के अनुसार 1/2 कप पत्ता गोभी का रस तैयार किया जाए और इसमें 1/2 चम्मच दही और 1 चम्मच शहद मिलाकर चेहरे पर लगाया जाए। जब यह सूख जाए तो गुनगुने पानी से इसे धो लिया जाए, ऐसा करने से चेहरे की त्वचा में प्राकृतिक रूप से खिंचाव आता है और यह झुर्रियों को दूर करने में मदद करता है।
  • चावल के आटे में थोड़ा सा दूध और गुलाब जल मिलाकर पेस्ट तैयार कर लिया जाए और चेहरे पर हल्का-हल्का मालिश किया जाए। कुछ देर बाद इसे गुनगुने पानी से साफ भी कर लिया जाए। सप्ताह में कम से कम 3 बार इस प्रक्रिया को दोहराने से काफी फर्क महसूस किया जा सकता है।
डार्क सर्कल्स का बनना
  • तनावग्रस्त जीवन और अनिद्रा की वजह से अक्सर आंखों के इर्द-गिर्द डार्क सर्कल्स का बन जाना आम बात है लेकिन कुछ हर्बल नुस्खों के उपयोग से इस समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
  • ककड़ी के गोल-गोल टुकड़े काट लिए जाएं और इन्हें रेफ्रिजरेटर में रख दिया जाए। जब ये ठंडे हो जाएं तो इन्हें आंखो के ऊपर 15 मिनिट तक रख दिया जाए। बाद में इन टुकड़ों को डार्क सर्कल वाले हिस्सों पर आहिस्ता-आहिस्ता रगड़ दिया जाए और अंत में साफ पानी से चेहरा धो लिया जाए। प्रतिदिन एक बार ऐसा करने से जल्द ही डार्क सर्कल्स से छुटकारा मिल जाता है।
  • कच्चे आलू के गोल-गोल टुकड़ों को 15 से 20 मिनिट तक आंखों के ऊपर रख दिया जाए और बाद में ठंडे पानी से धो लिया जाए, फायदा करता है।
  • टमाटर के 1 चम्मच रस के साथ 1 चम्मच नींबू रस मिलाया जाए और डार्क सर्कल्स वाले हिस्सों पर लेपित कर दिया जाए, करीब 15 से 25 मिनिट के बाद इसे साफ पानी से धो लिया जाए। ऐसा प्रतिदिन रात सोने से पहले से किया जाए तो शीघ्र ही डार्क सर्कल्स छू मंतर हो सकते हैं।

सोच समझकर करें अलग होने का फैसला




* अलग होने का फैसला सोच समझकर लें।

* इसके नतीजों पर गौर करना ना भूलें।

* अलग होने से पहले साथी से बात जरूर करें।

* बच्चों को इसके बारे में जरूर बताएं।


रिश्ता कोई भी हो, थोडा-बहुत मनमुटाव होना बड़ी बात नही है लेकिन जब यही मनमुटाव

बढ़ जाए तो रिश्तों को खोखला कर देती है। पति-पत्नी का रिश्ता प्यार और तकरार से

मिलकर ही बनता है लेकिन जब रिश्ते से प्यार की जगह तकरार ले तो समझिए आप दोनों के

बीच का प्यार कहीं खो गया है।

किसी सम्बन्ध को समाप्त करने का फैसला करना न केवल बेहद कठिन है बल्कि चिन्ताएं,

व्या‍कुलता, अलग होने का अहसास और पछतावा आदि अनेकों भावनाओं के अहसास इससे जुड़े हैं।

वैवाहिक जीवन का अंत करना न केवल इसलिए कठिन होता है कि कानूनी कार्यवाहियां आपको

मानसिक रुप से काफी परेशान कर देती है। इससे निबटना और भी जटिल होता है।

अलग होने का फैसला लेना बहुत आसान है लेकिन जल्दबाज़ी में यह निर्णय लेना आप दोनों के लिए

ही ठीर नहीं। अलग होने से पहले इस बारे में अच्छी तरह सोच-विचार कर लीजिए। यह ज़रूरी

नहीं कि अलग होने से आपकी ज़िंदगी में छाए परेशानी के काले बादल छट जाएगे। इसके उलट

अकसर यह देखा गया है कि अलग होने से एक समस्या तो हल हो जाती है, लेकिन उसकी जगह

एक नयी समस्या खड़ी हो जाती है। जो पति-पत्नी रोज की लड़ाई-झगड़ों से तंग आकर अलग

होने का फैसला करते हैं वे सोचते हैं कि इससे उनकी सारी समस्याओं का हल हो जाएगा। लेकिन

यह इतना आसान नहीं है। इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि अलग होने या तलाक लेने के

क्या-क्या नतीजे हो सकते हैं और उन्हें ध्यान में रखकर फैसला लेना।


कैसे लें अलग होने का फैसला

break up



साथी से चर्चा करें
किसी सम्बन्ध को समाप्त करना पारस्परिक निर्णय होना चाहिए और आपस में मिल बैठकर बात

कर लेनी चाहिए ताकि किसी प्रकार की गहतफहमी न रहे। हो सकता है कि दोनों के बीच

संवाद का तार टूट चुका हो लेकिन फिर भी कुछ महत्व पूर्ण मसलों पर चर्चा करना फिर भी

ज़रूरी है। यह विचार-विमर्श शांतिपूर्वक और निर्णायक रूप में करें।



दोषारोपण से बचें
इस बारे में कोई फैसला देने से बचें कि किसकी गलती ने सम्बन्ध को खराब कर दिया। चाहे

आपको लगता हो कि पूरी तरह से यह सामने वाले की गलती से ही हुआ है लेकिन अपनी इस राय

को जाहिर न करें। सम्बन्ध का समापन किसी दोषारोपण के साथ नहीं होना चाहिए क्योंरकि

इसमें दोनों की ही कुछ न कुछ भूमिका रही हो सकती है।



बच्चों को जानकारी दें

यदि आप शादीशुदा हैं और तलाक चाहते हैं तो, यदि आपके बच्चे हों, उन्हें अपने फैसले की

जानकारी ज़रूर दें कि क्या बदलाव होने वाला है। बच्चे संवेदनशील होते हैं और बड़ों के मामलों

को गहराई से नहीं समझ सकते लेकिन उनको मोटे तौर पर बताना ज़रूरी है कि क्या होने जा

रहा है।

result of breakup

अलग होने के नतीजे

वित्तीय समस्या
अलग होने से पहले वित्तीय मामलों के बारे में जरूर जानकारी लें क्योंकि अक्सर पत्नी को भयंकर

आर्थिक समस्या से जूझना पड़ता है। यह बात एक अध्ययन में भी सामने आयी जो यूरोप में सात

साल तक किया गया। उस अध्ययन में पता चला कि तलाक के बाद जहां पुरुषों की आमदनी में 11

प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, वहीं स्त्रियों की आमदनी 17 प्रतिशत घट गयी।


दोहरी भूमिका
जो तलाकशुदा माता-पिता अलग-अलग रहते हैं, उन्हें बच्चों की परवरिश करने के लिए दोहरी

भूमिका निभानी पड़ती है। बच्चों के लिए उन्हें उनके माता-पिता दोनों बनना पड़ता है। साथ

ही बच्चों की देखभाल कैसे की जाएगी और उन्हें अनुशासन कैसे दिया जाएगा। उनकी हर जरूरत

को समझना और पूरा करना।


अलग होने का आप पर असर

साथी से अलग होने के बाद एक इंसान कई तरह की भावनाओं से गुज़रता है। एक तरफ आप अपने

पूर्व साथी से अभी भी प्यार करते होंगे, क्योंकि बीते वक्‍त में आप दोनों ने एक साथ कई

प्यार भरे पल बिताए होगें। वहीं दूसरी तरफ आपको उस पर गुस्सा भी आता होगा।



अलग होने का बच्चों पर असर

लोग तलाक तो ले लेते हैं, पर अकसर यह नहीं सोचते कि इसका बच्चों पर क्या असर होगा।

बच्चे आपके इस फैसले को समझ नहीं पाते हैं उन्हें बस यह पता होता है कि उनके माता-पिता

अलग हो रहे हैं। बच्चों के लिए माता या पिता में से किसी एक को चुनना बहुत मुश्किल होता है।

पासपोर्ट बनाने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

पासपोर्ट सेवा
दृष्टिकोण
"व्यवस्थित कार्य प्रक्रिया तथा प्रतिबद्ध, प्रशिक्षित एवं अभिप्रेरित कर्मचारी बल
के माध्यम से नागरिको को समयबद्ध रूप में, पारदर्शी तरीके से, सुगमतापूर्वक,
विश्वसनीय तौर पर और आरामदायक वातावरण में पासपोर्ट सेवाएं प्रदान करना"
हाल के वर्षों में, भारत सरकार ने सार्वजनिक सेवाओं के वितरण में सुधार लाने के लिए ई शासन के युग में प्रवेश करने के लिए कई कदम उठाए हैं। राष्ट्रीय ई-शासन योजना (एनईजीपी) मिशन मोड परियोजनाओं (एमएमपी) के रूप में पहचान की गई है जिसमें कई उच्च प्रभाव की ई-शासन परियोजनाएं शामिल हैं। ऐसी ही एक परियोजना भारत में पासपोर्ट सेवाओं में सुधार पर केंद्रित है।
विदेश मंत्रालय (एमईए) देश भर में 37 पासपोर्ट कार्यालयों और विदेश में 180 भारतीय दूतावासों और वाणिज्य दूतावास के एक नेटवर्क के माध्यम से भारतीय नागरिकों को पासपोर्ट जारी करने के लिए जिम्मेदार है।
शिक्षा, पर्यटन, तीर्थयात्रा, चिकित्सा उपस्थिति, व्यावसायिक उद्देश्यों और परिवार की यात्रा के लिए विदेश यात्रा करने के लिए पासपोर्ट एक आवश्यक यात्रा दस्तावेज है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान, बढती अर्थव्यवस्था और प्रसार वैश्वीकरण ने पासपोर्ट और संबंधित सेवाओं की मांग में वृद्धि करने में नेतृत्व किया है। पासपोर्ट की मांग प्रतिवर्ष लगभग 10% से बढ़ जाने का अनुमान है। पासपोर्ट और संबंधित सेवाओं के लिए इस बढ़ती मांग से व्यापक पहुंच और उपलब्धता बनाने के लिए, बड़े शहरों और छोटे कस्बों दोनों से आ रही है। बढ़ाने और भारतीय नागरिकों को पासपोर्ट सेवाओं के वितरण में सुधार करने के लिए विदेश मंत्रालय (एमईए) मई 2010 में पासपोर्ट सेवा प्रोजेक्ट (पीएसपी) का शुभारंभ किया है।
पीएसपी को सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) प्रणाली में शुरू किया गया है, जिसमे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस सेवा प्रदान करती है | संप्रभु और प्रत्ययी कार्यों के अधिकार जैसे कि पासपोर्ट को प्रमाणित करना, प्रदान करना, जारी करना / निरस्तीकरण करना एमइए के पास सुरक्षित है | सामरिक नियंत्रण का स्वामित्व जिसमे डाटा/जानकारी भी निहित है, का अधिकार मंत्रालय के पास है।
पासपोर्ट से संबंधित सेवाओं के वितरण के लिए पासपोर्ट सेवा सरल, कुशल और पारदर्शी प्रक्रिया को अपनाती है। सरकारी अधिकारियों के लिए एक देशव्यापी नेटवर्क बनाने के अतिरिक्त, इसका उद्देश्य आवेदक के विवरणों की वास्तविकता के सत्यापन के लिए राज्य पुलिस के साथ और पासपोर्ट की डिलीवरी के लिए भारतीय डाक के साथ मिलकर कार्य करना भी है ।
भारत नागरिकों के लिए पासपोर्ट सेवा में बदलाव
पासपोर्ट सेवा परियोजना भारतीय नागरिकों के लिए एक सर्वोत्तम वर्ग का अनुभव प्रदान करने के लिए भारत में पासपोर्ट और उससे संबंधित सेवाओं को बदल रहा है। पीएसपी ने विदेश मंत्रालय को परिभाषित सेवा स्तर के भीतर, एक विश्वसनीय, सुविधाजनक और पारदर्शी तरीके से पासपोर्ट सेवाएं देने में सक्षम किया है। पीएसपी के द्वारा प्राप्त सेवा परिवर्तन के महत्वपूर्ण पहलू इस प्रकार हैं:
  1. कहीं पर भी किसी भी समय उपलब्धता : नागरिक अपने पासपोर्ट आवेदन जमा कर सकते हैं और अपनी सुविधानुसार पीएसपी पोर्टल (www.passportindia.gov.in) के माध्यम से मुलाक़ात का समय निर्धारित कर सकते हैं। सभी पासपोर्ट संबंधित सेवाओं की विस्तृत और नवीनतम जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध होती है। नागरिक निर्धारित मुलाकात के दिन और समय पर पीएसके पर जाकर लंबी लाइनों और असुविधा से बच सकते हैं।
  2. नेटवर्क में वृद्धि : जैसे कि देश भर में पासपोर्ट सेवा के भाग के रूप में 37 पासपोर्ट कार्यालय, 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) और 16 पासपोर्ट सेवा लघु केन्द्र (पीएसएलके) स्थापित किए जा रहे हैं।
  3. बेहतर सुविधाएं : पीएसके एक विश्वस्तरीय वातावरण प्रदान करता है। प्रत्येक पीएसके में वातानुकूलित आरामदायक प्रतीक्षा कक्ष है, जिसमे सहायक गाइड, सूचना कियोस्क, फोटोकॉपी, खाद्य एवं पेय सुविधाएँ, सार्वजनिक फोन बूथ, शिशु देखभाल, समाचार पत्र एवं पत्रिकाएँ तथा टेलीविजन की सुविधा उपलब्ध है । इलेक्ट्रॉनिक कतार प्रबंधन प्रणाली 'पहले आएँ और पहले पाएँ' के सिद्धांत से आवेदन की प्रक्रिया को सुनिश्चित करती है।
  4. अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी संरचना : पासपोर्ट सेवा अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी संरचना द्वारा समर्थित है, जो दुनिया के सर्वोत्तम सुरक्षा उपायों के तुल्य सुरक्षित और सम्पूर्ण पासपोर्ट सेवाएं उपलब्ध कराता है । आवेदको का फोटोग्राफ और बायोमेट्रिक्स पीएसके आने पर लिया जाता हैं। उनके आवेदन और सहायक दस्तावेज़ डिजिटाइज़ किए जाते हैं और आगे प्रक्रिया के लिए सिस्टम में संग्रहित किए जाते हैं ।
  5. पुलिस और भारतीय डाक के साथ समन्वय : पीएसपी नेटवर्क सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को राज्य पुलिस से जोड़ता है। इलेक्ट्रॉनिक रूप से आवेदक का डाटा पुलिस के पास सत्यापन के लिए भेजा जाता है। पीसपी भारतीय डाक के लिए इंटरफेस भी प्रदान करता है, जिसके द्वारा नागरिकों को पासपोर्ट की डिलीवरी ट्रैक की जा सकती है|
  6. कॉल सेंटर और सहायता डेस्क : सप्ताह के सातों दिन और चौबीसों घंटे, 17 भारतीय भाषाओं में संचालित बहुभाषी कॉल सेंटर नागरिकों को पासपोर्ट सेवा से संबंधित जानकारी प्रदान करता है और उनके पासपोर्ट आवेदनों की प्रगति की जानकारी प्रदान करता है | ई मेल आधारित सहायता डेस्क भी पासपोर्ट संबंधित सेवाओं की जानकारी उपलब्ध कराता है ।

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पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करें

ऑनलाइन आवेदन से लाभ

  • आवेदक क्षेत्रीय पोसपोर्ट कार्यालय में संबंधित अधिकारी के पास आवश्यक दस्तावेज़ और शुल्क जमा करने के लिए निश्चित तारीख और समय प्राप्त करने की सुविधा
  • पासपोर्ट आवेदन जमा करने के लिए लंबी पंक्ति में खड़े रहने की जरूरत नहीं।

पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की पात्रता

  • पासपोर्ट प्राप्त करने के योग्य व्यक्तिऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं,
  • केवल संबंधित पासपोर्ट कार्यालय के अधिकारक्षेत्र के निवासी हीं वेबसाइट द्वारा ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं,
  • वर्तमान मेंपारपत्र के लिये ऑनलाइन आवेदन केवल इन शहरों के लिए उपलब्ध हैः
अहमदाबाद
अमृतसर
बैंगलोर
बरेली
भोपाल
भुवनेश्वर
चंडीगढ़
चेन्नई
कोचीन
कोयम्बटूर
देहरादून
दिल्ली
गाजियाबाद
गोवा
गुवाहाटी
हैदराबाद
जयपुर
जालंधर
जम्मू
कोलकाता
कोझीकोड
लखनऊ
मदुरई
मालपुरम्
मुम्बई
नागपुर
पटना
पुणे
रायपुर
राँची
शिमला
श्रीनगर
सूरत
थाणे
त्रिची
त्रिवेंद्रम
विशाखापत्तनम

पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन कब करें

  • जब नया पासपोर्ट प्राप्त करना हो (यदि आपने पहले कभी पोसपोर्ट नहीं लिया हो),
  • पासपोर्ट पुनः जारी करवाने के लिए (यदि आपके वर्तमान पोसपोर्ट की 10 वर्ष की वैधता समाप्त हो गई हो या अगले 12महीनों में समाप्त होने वाली हो)
  • डुप्लीकेट पासपोर्ट जारी करवाने के लिए (यदि आपका वर्तमान पासपोर्ट खो गया हो या क्षतिग्रस्त हो गया हो)

जरूरी दस्तावेज़

  • आवासीय पता का प्रमाण
  • जन्म तिथि का प्रमाण
  • अपेक्षित शुल्क (नकद या डीडी के रूप में)

ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया

  • आप पसपोर्ट कार्यालय के वेबसाइट -passportindia.gov.in के जरिये संबंधित पोसपोर्ट कार्यालय में अपना आवेदन पंजीकृत करा सकते है,
  • पंजीकरण के बाद सिस्टम आपसे अपने आवेदन पत्र को खोलनेसुरक्षित करने के लिए कहेगा,
  • आवेदन पत्र को खोलनेसुरक्षित करने के बाद आवेदन पत्र का प्रिंग ले लें,
  • यदि आप किसी कारणवश आवेदन पत्र का प्रिंट नहीं ले सकें हों तो आवेदन पत्र की संख्या अवश्य नोट कर लें। आवेदन पत्र की संख्या और जन्म तिथि की सहायता से आप बाद में भी आवेदन पत्र का प्रिंट ले सकते सकते हैं,
  • यदि आपने आवेदन को सुरक्षित कर लिया है तो भी आप आवेदन का प्रिंट ले लें,
  • ऑनलाइन आवेदन के बाद भी आवेदन पत्र में कुछ कॉलम खाली रह जाएंगे जिन्हें आपको हाथ से भरने होंगे,
  • भरे हुए आवेदन पत्र शुल्कजरूरी दस्तावेज जैसे जन्मतिथि प्रमाणपत्र आदि के साथ जमा करने के लिये नियत तारीख और समय पर पोसपोर्ट कार्यालय में जायें,
  • पोसपोर्ट कार्यालय में संबंधित अधिकारी से मिलने की तारीख और समय ऑनलाइन सिस्टम द्वारा सूचित किया जाएगा और आवेदन पत्र पर भी छपा होगा,
  • पोसपोर्ट कार्यालय में निर्धारित तारीख और समय पर जाएँ। आपको क्षेत्रीय पोसपोर्ट कार्यालय (आरपीओनियत समय से15 मिनट पहले पहुँच जाना चाहिये और निर्धारित काउंटर पर शुल्क आदि जमा करनी चाहिये,
  • आनलाइन आवेदकों को अपने आवेदन दाखिल करने के लिये टोकन नंबर लेने की आवश्यकता नहीं होती है। आपको अधिक देर तक कतार में प्रतीक्षा नहीं करनी होंगी।

पासपोर्ट के लिए शुल्क

पासपोर्ट के लिए निर्धारित शुल्क आवेदन पत्र के साथ संबंधित पोसपोर्ट अधिकारी के पक्ष में बैंक ड्राफ्ट द्वारा या नकद जमा करें। यदि आप बैंक ड्राफ्ट जमा कर रहे हों तो अपना पूरा नाम और आवेदन क्रमांक बैंक ड्राफ्ट के पीछे अवश्य लिखें। साथ हीआवेदन में जारीकर्त्ता बैंक का कोडबैंक ड्राफ्ट की संख्याउसके जारी करने की तारीख अवश्य लिखें। शुल्क भुगतान का विवरण आवेदन पत्र में संबद्ध खानों में दिया जाना चाहिये-
क्रम संख्या
विवरण
शुल्क
1.
10 वर्ष की वैधता वाली नयी पासपोर्ट (36 पृष्ठों वाली) (15 से 18 वर्ष के नाबालिगों सहित जो 10 वर्ष की पूर्ण वैधता वाली पासपोर्ट लेना चाहते हों)
1500 रुपये
2.
10 वर्ष की वैधता वाली पासपोर्ट (60 पृष्ठों वाली)
2000 रुपये
3.
नाबालिग (18 वर्ष से कमके लिये वर्ष की वैधता या नाबालिग के 18 वर्ष होने तकजो भी पहले होके लिए नया पासपोर्ट
1000 रुपये
4.
पासपोर्ट खो जानेक्षतिग्रस्त होने या चोरी हो जानेपर डुप्लीकेट पासपोर्ट (36 पृष्ठ)जारी कराने हेतु
3000 रुपये
5.
पासपोर्ट खो जानेक्षतिग्रस्त होने या चोरी हो जानेपर डुप्लीकेट पासपोर्ट (60 पृष्ठ)जारी कराने हेतु
3500 रुपये
6.
पुलिस का मंजूरी प्रमाणपत्रईसीएनआरअतिरिक्ति अनुमोदन
500 रुपये
7.
नामपताजन्मतिथिजन्म स्थानचेहरेपति या पत्नी के नाममाता-पिताकानूनी अभिभावक के नाम में परिवर्तन की स्थिति में
1500 रुपये [नई पासपोर्ट पुस्तिका जारी की जाएगा ]

तत्काल कोटा में पासपोर्ट के लिए शुल्क

तत्काल कोटे के अंतर्गत पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त शुल्क भुगतान का प्रावधान है। वह शुल्क नकद या संबंधित पासपोर्ट अधिकारी के पक्ष में बैक ड्राफ्ट के जमा की जानी चाहिए। तत्काल पासपोर्ट के लिए अतिरिक्त शुल्क का विवरण वेबसाइट से देखा जा सकता है कृपया पासपोर्टइंडिया की वेबसाइट जाएँ.

जरूरी दस्तावेज

नया पासपोर्ट प्राप्त करने के लिए आवेदन करते समय निम्न दस्तावेजों में से कोई दो अलग-अलग दस्तावेजों की छायाप्रति संलग्न करें:
१. आवासीय पता से संबंधित प्रमाण (निम्न में से को एक संलग्न करें):
  • आवेदक का राशन कार्ड,
  • प्रतिष्ठित कंपनियों के मालिक द्वारा लेटर हैड पर दिया गया प्रमाणपत्र,
  • पानी/ टेलीफोन/ बिजली का बिल,
  • चालू बैंक खाते का स्टेटमेंट,
  • आयकर ऐसेसमेंट आर्डर,
  • निर्वाचन आयोग द्वारा जारी वोटर आईडी कार्ड,
  • गैस कनेक्शन बिल,
  • पति/ पत्नी के पासपोर्ट की छायाप्रति
  • नाबालिगों के मामले में माता-पिता के पासपोर्ट की छायाप्रति
  • नोटः यदि कोई आवेदक पते के सबूत के रूप में केवल राशन कार्ड दाखिल करता है तो ऊपर दी गई श्रेणियों में से एक और पते का सबूत संलग्न किया जाना चाहिए।
२. जन्म प्रमाणपत्र (निम्न में से कोई एक प्रमाणपत्र संलग्न करें):
    • नगर निगम द्वारा जन्म प्रमाणपत्र,
    • आवेदक के स्कूल या किसी भी अन्य मान्यताप्राप्त शिक्षण संस्थान से प्राप्त जन्मतिथि प्रमाणपत्र या अशिक्षित या अर्धशिक्षित आवेदकों द्वारा एनेक्ज़र ‘ए’ में दिये गए नमूने के अनुसार मजिस्ट्रेटनोटरी के समक्ष जन्म की तारीखस्थान के बयान का शपथपत्र।
  • नोटः यदि किसी व्यक्ति का जन्म 26 जनवरी 1989 को या उसके बाद हुआ है तो आवेदकों को केवल नगर निगम प्राधिकरण या जन्म और मरण के रजिस्ट्रार के कार्यालय द्वारा जारी जन्म प्रमाणपत्र हीं स्वीकार किये जाएंगे।

नाबालिग हेतु पासपोर्ट के लिए आवेदन करते हेतु दस्तावेज़

  • एनेक्सर-एच के अनुसार (माता और पिता द्वारा हस्ताक्षरित)एनेक्सर ‘’सी ‘’ (अकेले माता-पिता जो अलग रहते हों पर तलाकशुदा नहीं होंविवाह के बिना जन्मे बच्चे के अकेले माता-पिता)एनेक्सर-जी (जब पासपोर्ट का आवेदन अकेले माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा किया जा रहा हो)एनेक्सर-आई (जब 15-18 वर्ष की आयु के नाबालिग को पूरे10 वर्ष की वैधता वाली पासपोर्ट के लिए आवेदन करना हो या यदि अपने नाबालिग बच्चे के लिए आवेदन कर रहे माता-पिता में से किसी के पास भी भारतीय पासपोर्ट नहीं हों)ऐसी किसी भी दशा में आवेदन पत्र में नाबालिग बच्चे के विषय में दिये गए विवरण के समर्थन में घोषणा पत्र वर्णित प्रारूप में जमा करना अनिवार्य होगा-
  • अगर उपलब्ध हो तो दोनों माता-पिता के पासपोर्ट की सत्यापित प्रति,
  • माता-पिता का मूल पासपोर्ट सत्यापन के लिए प्रस्तुत किया जाना चाहिए,
  • यदि माता-पिता में से कोई एक विदेश में रहता होतो विदेश में रहने वाले माता या पिता का भारतीय मिशन द्वारा सत्यापित शपथ-पत्र भी संलग्न करनी चाहिए।

तत्काल योजना के अंतर्गत पासपोर्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया

  • अपना आवेदन पत्रतत्काल शुल्कएनेक्सर ‘एफ’ पर दिये गए नमूने के अनुसार सत्यापन प्रमाणपत्र और एनेक्सर ‘आई’ के अनुसार मानक शपथपत्र के साथ जमा करें,
  • पासपोर्ट जारी करने वाले प्राधिकरण को अधिकार है कि वह सत्यापन प्रमाणपत्र की विश्वसनीयता की जाँच लिखित रूप में जारी करने वाले अधिकारी से करें,
  • बिना क्रम के पासपोर्ट जारी करने के लिए अति-आवश्यक होने का सबूत जमा करने की जरूरत नहीं है,
  • तत्काल योजना के अंतर्गत जारी सभी पासपोर्ट के लिए पुलिस द्वारा सत्यापन बाद में की जाएगी,
  • आवेदक को तत्काल योजना के अंतर्गत पासपोर्ट के लिए आवेदन के साथ नीचे दी गई सूची में से कोई तीन दस्तावेज जमा कर पासपोर्ट प्राप्त करने का विकल्प उपलब्ध है। इन तीन दस्तावेजों में से एक फोटो पहचान दस्तावेजनोटरी द्वारा गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर पर एनेक्सर ‘’आई’’ में दिये प्रारूप के अनुसार सत्यापित होनी चाहिए।
  • पासपोर्ट के लिए निम्न दस्तावेजों की सूची में से तीन जमा करनी चाहियेः
    1. मतदाता पहचान कार्ड,
    2. राज्यकेन्द्रीय सरकारसार्वजनिक लोक उपक्रमस्थानीय निकायों या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा फोटो पहचान पत्र,
    3. अनुसूचित जातिअनुसूचित जनजातिपिछड़ा वर्ग प्रमाणपत्र,
    4. स्वतंत्रता सेनानी पहचान पत्र,
    5. हथियार लाइसेंस,
    6. संपत्ति से संबंधिति दस्तावेज जैसेपट्टापंजीकृत संलेख आदि,
    7. राशन कार्ड,
    8. पेंशन दस्तावेजजैसेभूतपूर्व-सैनिक का पेंशन बुकपेंशन भुगतान आदेशभूतपूर्व-सैनिक की विधवा/आश्रित प्रमाणपत्रवृद्धावस्था पेंशन आदेशविधवा पेंशन आदेश,
    9. रेलवे परिचय पत्र
    10. पैन कार्ड
    11. बैंककिसानडाक घर पासबुक
    12. मान्यताप्राप्त शिक्षण संस्थानों द्वारा जारी विद्यार्थी परिचय प्रमाण-पत्र
    13. ड्राइविंग लाइसेंस
    14. आरबीडी एक्ट के अंतर्गत जारी जन्म प्रमाणपत्र
    15. गैस कनेक्शन बिल

ऑफलाइन पासपोर्ट के लिए आवेदन प्रक्रिया

  • आवश्यक आवेदन पत्र और फार्मैट डाउनलोड करें और उसे भर लें,
  • भरा हुआ आवेदन पत्र शुल्क व आवश्यक दस्तावेजों के साथ निम्न स्थानों पर जमा करें:
    • पासपोर्ट कार्यालय के काउंटर पर
    • स्पीड पोस्ट केंद्रों पर
    • पासपोर्ट कलेक्शन केंद्रों पर

पासपोर्ट के लिए प्रयुक्त आवेदन पत्रों की सूची

यह फॉर्म नया पासपोर्ट जारी करने हेतुअवधि समाप्त होने पर पुनः जारी करने हेतुपासपोर्ट खो जाने परक्षतिग्रस्त पासपोर्ट के पुनः जारी करने हेतुनाम में परिवर्तन हेतुपहचानपन्नों के खत्म हो जाने की स्थिति में उपयोग किया जाता है। यही आवेदन पत्र नाबालिगों के लिए पासपोर्ट जारी करने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है।
आवेदन पत्र संख्या- 2
इस फॉर्म का उपयोग पुलिस सत्यापन प्रमाणपत्रईसीआर मोहर हटानेपति या पत्नी का नाम शामिल कराने और पता बदलने के लिए प्रयोग किया जाता है। यही फॉर्म छोटी अवधि के पासपोर्ट को पूर्ण अवधि की वैधता में बदलने के लिए भी किया जाता है।
व्यक्तिगत विवरण फार्म (पीपी फार्म)
इस फॉर्म का उपयोग पुलिस सत्यापन की रिपोर्ट के लिये प्रयोग में लाया जाता है। यह आवेदन फार्म संख्या- 1 का एक भाग है। यह पासपोर्ट कार्यालय द्वारा आवश्यकता होने पर पुनः सत्यापन के लिए अलग से भी भरा जा सकता है। यदि आवेदक पिछले एक वर्ष में एक से अधिक स्थान पर रहा होतो प्रत्येक पतेस्थान के लिये पीपी फार्म की अतिरिक्त सेट भरना होगा।

विभिन्न शपथ-पत्र का प्रारूप

  • अशिक्षित आवेदकों द्वारा दाखिल जन्म-तिथि का शपथ-पत्र (एनेक्सर ‘’’’)
  • पहचान प्रमाणपत्र (एनेक्सर बी’’)
  • माता या पिता (जो अलग तो हो गए हों पर तलाक न हुआ होद्वारा नाबालिग बच्चे के पासपोर्ट के लिए शपथपत्र(एनेक्सर ‘’सी’’)
  • विवाह के बाद महिला आवेदक द्वारा नाम बदलने के लिए शपथपत्र (एनेक्सर ‘’डी’’)
  • नाम बदलनेडीड पोललिये गये शपथ-पत्र (एनेक्जर ‘’’’)
  • तत्काल पासपोर्ट के लिए सत्यापन प्रमाणपत्र (एनेक्सर ‘’एफ’’)
  • नाबालिग के लिए पासपोर्ट के लिए माता-पिताअभिभावक की घोषणा (मातापिता में से एक ने सहमति न दी हो) (एनेक्सर ‘’जी’’)
  • नाबालिग पासपोर्ट के लिए माता-पिताअभिभावक की घोषणा (एनेक्सर ‘’एच’’)
  • मानक शपथ-पत्र (एनेक्सर ‘’आई’’)
  • नमूना सत्यापन प्रमाणपत्र (एनेक्सर ‘’जे’’)
  • अधिकार पत्र
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और आधिक जानकारी के लिये या 
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हमारा पता है 

समाधान सर्विसेज 
त्रिपोलिया रोड, पानी की टंकी के पास, बांसवाडा (राज.)
फोन : 02962-240108