शनिवार, 5 जुलाई 2014

12वीं बाद करियर...

वोकेशनल कोर्स
ट्रैवल एंड टूरिज्म

टूरिज्म आज विश्व की सबसे बड़ी सेवा प्रदान करने वाली इंडस्ट्री है। इस इंडस्ट्री का प्रमुख काम उन लोगों को सहायता व सुविधा देना है, जो एक जगह से दूसरी जगह लगातार या कभीकभार ट्रैवल करते हैं। यानी यह ट्रैवलर के खाने-पीने से लेकर टॉयलेट तक और ठहरने, खरीदारी करने और घूमने-फिरने तक का पूरा प्रबंध करती है। यही वह इंडस्ट्री है जो विश्व पर्यटन के सपने को साकार करती है।

जॉब

इस क्षेत्र में जॉब के अवसर बहुत ज्यादा और विभिन्न स्तर पर हैं। एयरलाइंस, क्रूज लाइनर, टूरिस्ट बस और टैक्सी ऑपरेटर, लोकल साइटसीन ऑर्गनाइजर और एयरपोर्ट से संबंधित सेवा क्षेत्रों में भविष्य बनाया जा सकता है। इस क्षेत्र की कुछ बड़ी कंपनियों में एसओटीसी, टीसीआई, कॉक्स एंड किंग्स, थॉमस कुक, सीता ट्रैवलर्स आदि हैं।

योग्यता

ट्रैवल एंड टूरिज्म के अंडरग्रेजुएट कोर्स के लिए न्यूनतम शिक्षा 12वीं पास है। किसी एक विदेशी भाषा में निपुणता को प्राथमिकता दी जाती है। कुछ बड़ी ट्रैवल कंपनियां शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग कोर्स ऑफर करती हैं। इन कोर्स की अवधि एक से दो साल तक हो सकती है।

खास इंस्टीट्यूट्स

-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट, नई दिल्ली

-द मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म एंड दिल्ली टूरिज्म, नई दिल्ली

-यंग वूमैन्स क्रिश्चियन एसोसिएशन, नई दिल्ली

-सीता वल्र्ड ट्रैवल्स, नई दिल्ली, मुंबई

-सॉफिया पोलीटेक्नीक, मुंबई

-ट्रेड विंग्स, मुंबई

अन्य

एयर होस्टेस

रोमांच, ग्लैमर, ट्रैवल और चुनौती पसंद हंसमुख, सुंदर व मिलनसार युवतियों के लिए एयरहोस्टेस का बहुआयामी करियर वरदान की तरह है। विमान के अंदर हर जगह वही ही नजर आती है। दरअसल, काम ही ऐसा है- पेसेन्जर की देखभाल और सहायता। वह पैसेन्जर को सीट तलाशने में सहायता करती है, सिक्योरिटी पर्सन के साथ सहयोग करती है, कैटर्स को निर्देश देती है।

जॉब

प्राइवेटाइजेशन के बाद पिछले कुछ सालों में भारत में यात्री विमान कंपनियों की होड़-सी लग गई है, इसलिए इन कंपनियों में एयर होस्टेस के रूप में काम की कमी नहीं है। एयर होस्टेस का करियर अमूमन नौ-दस साल का होता है। इसके बाद उन्हें ग्राउंड ड्यूटीज करने के लिए दी जाती हैं, जिसमें ग्राउंड होस्टेस, चैक होस्टेस आदि या फिर एयरलाइन के किसी अन्य विभाग में भी नियुक्त कर दिया जाता है। प्रोग्रेसिव एग्जाम और रिफ्रेशर कोर्स के जरिए आप सीनियर फ्लाइट एटेन्डेंट या हैड एटेन्डेंट के पद पर भी जा सकते हैं।

योग्यताएं

-न्यूनतम 12वीं या होटल मैनेजमेंट डिग्री या ग्रेजुएट डिग्री। 

-हाइट बिना स्लीपर या जूते के 157.5 सेंमी.।

-वजन ऊंचाई के अनुपात में होना चाहिए।

-अविवाहित होना चाहिए और साफ रंग होना बहुत जरूरी है।

-नॉर्मल आईसाइट होनी अनिवार्य है, यानी चश्मा नहीं। 

-उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच।

खास इंस्टीट्यूट्स

-इंडियन एयरलाइंस, एयर इंडिया बिल्डिंग, नरीमन प्वॉइंट, मुंबई

-एयर इंडिया, एयर इंडिया बिल्डिंग, नरीमन प्वॉइंट, मुंबई

-जेट एयरवेज, नरीमन प्वॉइंट, मुंबई

-एयर होस्टेस एकेडमी, लाजपत नगर, दिल्ली व अन्य कई शहर

-करियर स्टडीज, वाईएमसीए, दिल्ली

अन्य


कॉल सेंटर

आउटसोर्सिंग पिछले कुछ सालों में देश के सबसे बड़े जॉब सेक्टर के रूप में सामने आया है। कॉलसेंटर किसी कंपनी का सेंटरलाइज ऑफिस है, जो कस्टमर की इनकमिंग कॉल्स का जबाव देता है और टेलीमार्केटिंग के परपज से कस्टमर को आउटगोइंग कॉल भी करता है। कॉल सेंटर में काम करने वाला व्यक्ति देश या विदेश के कस्टमर को वाइस बेस्ड इन्फॉरमेशन या सपोर्ट प्रदान करता है।

जॉब

सभी प्रमुख शहरों में कॉल सेंटरों का जाल-सा बिछा हुआ है, जो बिजनेस के लगभग सभी सेक्टरों में अपनी पैठ बना चुके हैं। इनमें बैंकिंग, युटिलिटीज, मेन्युफेक्चरिंग,सिक्योरिटी, मार्केट रिसर्च, फार्मास्युटिकल्स, कैटालॉग सेल्स, ऑर्डर डेस्क, कस्टमर सर्विस, हैल्प डेस्क, इमरजेंस डिस्पैच, क्रेडिट कलेक्शन, फूड सर्विस, एयरलाइन आदि शामिल हैं।

योग्यता

कम से कम 12वीं पास होना जरूरी है, साथ ही अंग्रेजी में अच्छी कमांड होनी चाहिए। काम पर अच्छी पकड़ के लिए इनहाउस चार से छह सप्ताह की ट्रेनिंग कराई जाती है, जिसमें प्रोसेस ट्रेनिंग, सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग और वॉयज एंड असेन्ट ट्रेनिंग शामिल है।

खास इंस्टीट्यूट्स

-नॉर्थ स्टार कॉल सेंटर कॉलेज, नोएडा

-सफायर कॉलनेट, हॉजखास, नई दिल्ली

-हॉलिस्टिक एंटरप्राइज, डिफेंस कॉलोनी, नई दिल्ली

-अकिको शरमन इन्फॉटेक, अजमल खां रोड, दिल्ली

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