बच्चे ने बोलना सीखा नहीं कि उसे नंबर्स और लेटर्स सिखाने का सिलसिला शुरू हो जाता है लेकिन क्या आपने कभी अपने बच्चे के मूलांक अर्थात बर्थ नंबर पर ध्यान दिया है? अंक ज्योतिष में मूलांक जन्म की तारीख के अनुसार 1 से 9 माने जाते हैं। प्रत्येक अंक व्यक्ति का मूल स्वभाव दिखाता है। बच्चे का मूल स्वभाव जानकर ही माता-पिता उसे सही तालीम दे सकते हैं। तो क्लिक करिए और देखिए कि आपके बच्चे को कैसी परवरिश की जरूरत है...
मूलांक 1 (1, 10 19, 28): ये बच्चे क्रोधी, जिद्दी और अहंकारी होते हैं। अच्छे प्रशासनिक अधिकारी बनते हैं। ये बच्चे तर्क से ही मानते हैं इसलिए डांट-डपट नहीं सहेंगे। इन्हें तर्क देकर प्यार से समझाएं।
मूलांक 2 (2, 11, 20, 29): ये शांत, समझदार, भावुक और होशियार होते हैं। माता-पिता की सेवा करते हैं। जरा सा तेज बोलना इन्हें ठेस पहुंचाता है। इनसे शांति और समझदारी से बात करें।
मूलांक 3 (3, 12, 21,30): ये समझदार और ज्ञानी होने के साथ ही घमंडी भी होते हैं। अच्छे सलाहकार बनते हैं। इन्हें समझाने के लिए पर्याप्त कारण व ज्ञान होना जरूरी है।
![](https://lh3.googleusercontent.com/blogger_img_proxy/AEn0k_v1sFXIOuuS2VrLaFJRmVD4wMvUleItfcx6jiPecLPIxatt00pKla7TB6DTi2udk7qRiHUmKAPt8BnRURWcPfIREUXkqc9aeyWzo4ppqvCvaSd5jA=s0-d)
मूलांक 4 (4, 13, 22): बेपरवाह, खिलंदड़े और कारस्तानी होते हैं। रिस्क लेना इनका स्वभाव होता है। इन्हें अनुशासन में रखना जरूरी है नहीं तो ये व्यसनाधीन हो सकते हैं।
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मूलांक 5 (5, 14, 23): ये बच्चे बुद्धिमान, शांत और आशावादी होते हैं। रिसर्च के कामों में रुचि लेते हैं। इसलिए इन्हें पढ़ना भी अच्छा लगता है। इनके साथ धैर्य से और शांति से बातचीत करें।
मूलांक 6 (6, 15, 24): इस मूलांक के बच्चे हंसमुख, शौकीन मिजाज और कलाप्रेमी होते हैं। 'खाओ-पियो, मस्त रहो' के सूत्र पर जीते हैं। इन्हें सही संस्कार और सही दिशा-निर्देश देना जरूरी है।
मूलांक 7 (7, 16, 25): भावुक, निराशावादी, तनिक स्वार्थी लेकिन तीव्र बुद्धि के होते हैं। व्यसनाधीन जल्दी होते हैं। कलाकार हो सकते हैं। इन्हें कड़े अनुशासन के साथ सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है।
मूलांक 8 (8, 17, 26): भावुक, अति व्यावहारिक, मेहनती और व्यापार बुद्धि वाले होते हैं, इसलिए थोड़े स्वार्थी भी होते हैं। जीवन में देर से गति आती है। इन्हें सतत सहयोग और अच्छे साथियों की जरूरत होती है।
मूलांक 9 (9, 18, 27): ऊर्जावान, शैतान और तीव्र बुद्धि के विद्रोही बच्चे होते हैं। इनकी माता-पिता से अधिक नहीं बनती है। प्रशासन में कुशल होते हैं। इनकी ऊर्जा को सही दिशा देना और इन्हें समझना जरूरी होता है।
मूलांक 2 (2, 11, 20, 29): ये शांत, समझदार, भावुक और होशियार होते हैं। माता-पिता की सेवा करते हैं। जरा सा तेज बोलना इन्हें ठेस पहुंचाता है। इनसे शांति और समझदारी से बात करें।
मूलांक 3 (3, 12, 21,30): ये समझदार और ज्ञानी होने के साथ ही घमंडी भी होते हैं। अच्छे सलाहकार बनते हैं। इन्हें समझाने के लिए पर्याप्त कारण व ज्ञान होना जरूरी है।
मूलांक 4 (4, 13, 22): बेपरवाह, खिलंदड़े और कारस्तानी होते हैं। रिस्क लेना इनका स्वभाव होता है। इन्हें अनुशासन में रखना जरूरी है नहीं तो ये व्यसनाधीन हो सकते हैं।
मूलांक 5 (5, 14, 23): ये बच्चे बुद्धिमान, शांत और आशावादी होते हैं। रिसर्च के कामों में रुचि लेते हैं। इसलिए इन्हें पढ़ना भी अच्छा लगता है। इनके साथ धैर्य से और शांति से बातचीत करें।
मूलांक 6 (6, 15, 24): इस मूलांक के बच्चे हंसमुख, शौकीन मिजाज और कलाप्रेमी होते हैं। 'खाओ-पियो, मस्त रहो' के सूत्र पर जीते हैं। इन्हें सही संस्कार और सही दिशा-निर्देश देना जरूरी है।
मूलांक 7 (7, 16, 25): भावुक, निराशावादी, तनिक स्वार्थी लेकिन तीव्र बुद्धि के होते हैं। व्यसनाधीन जल्दी होते हैं। कलाकार हो सकते हैं। इन्हें कड़े अनुशासन के साथ सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है।
मूलांक 8 (8, 17, 26): भावुक, अति व्यावहारिक, मेहनती और व्यापार बुद्धि वाले होते हैं, इसलिए थोड़े स्वार्थी भी होते हैं। जीवन में देर से गति आती है। इन्हें सतत सहयोग और अच्छे साथियों की जरूरत होती है।
मूलांक 9 (9, 18, 27): ऊर्जावान, शैतान और तीव्र बुद्धि के विद्रोही बच्चे होते हैं। इनकी माता-पिता से अधिक नहीं बनती है। प्रशासन में कुशल होते हैं। इनकी ऊर्जा को सही दिशा देना और इन्हें समझना जरूरी होता है।
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