शनिवार, 3 मई 2014

सब्र का फल



एक बार एक शहर में अकाल पड़ गया। लोगों के भूखों मरने की नौबत गई। तब शहर के एक धनी और नेकदिल व्यापारी ने लोगों की मदद करने की ठानी। उसने घोषणा की कि वह रोज शहर के बच्चों को अपने घर के प्रांगण में रोटी बांटेगा। घोषणा के बाद अगले दिन उसके घर के आगे बच्चों का हुजूम लग गया। बच्चे एक-दूसरे को धक्का मारते, गिरते-पड़ते रोटियों की टोकरी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। रोटियां छोटी-बड़ी थीं और हर बच्चा बड़ी रोटी पाने के लालच में ज्यादा धक्कामुक्की कर रहा था। इस धक्कामुक्की से दूर, एक छोटी सी लड़की चुपचाप एक कोने में खड़ी थी। जब सभी बच्चों को रोटियां मिल गईं तो वह अंत में आगे बढ़ी। तब तक टोकरी में एक छोटी सी रोटी ही बची थी। बच्ची ने प्रसन्न होकर उस रोटी को लिया और घर लौट गई।

अगले दिन फिर रोटियां बंटने लगीं। आज भी पिछले दिन की तरह ही धक्कामुक्की चल रही थी। आज भी वह लड़की एक कोने में खड़ी रही। उसे अंत में सबसे छोटी रोटी मिली। लड़की उस रोटी को लेकर घर गई। घर आकर रोटी तोड़ी गई तो उसमें से एक सोने का सिक्का निकला। लड़की की मां ने उसे यह सिक्का सेठ को लौटाने को कहा।

लड़की जब सोने का सिक्का लौटाने पहुंची तो सेठ बोला- 'बेटा मैंने जानबूझकर सबसे छोटी रोटी में यह सिक्का डाला था। मैं सबसे ज्यादा सब्र करने वाले बच्चे को पुरस्कृत करना चाहता था। इसलिए इस सिक्के को तुम अपने पास ही रखो।'
सेठ की बात सुनकर लड़की मासूमियत से बोली- 'सेठ जी, मेरे सब्र का पुरस्कार यही था कि मुझे दूसरों की तरह धक्के नहीं खाने पड़े। मेरे लिए यही पुरस्कार बहुत है। सिक्का लेकर मैं लोभी हो सकती हूं और छोटी रोटी पाने के लिए मैं भी धक्कामुक्की करने पर सकती हूं। इसलिए यह सिक्का आप ही रखें।' लड़की की बातों से सेठ इतना प्रभावित हुआ कि उसने उसे अपनी धर्म पुत्री बना लिया।

Famine was once a city . People having to starve . The city has a rich and good-natured businessman who came forward to help people . He announced that the daily bread will share in the courtyard of his home city kids . After the announcement the day before his home crowd got kids . Children - pushing each other , fall - fall were trying to reach bread basket . Loaves small - large, lured by every child in the bread was much ballyragging . The ballyragging off , a little girl was standing quietly in a corner . If you 've got kids loaves when he finally moved. By then a small bread basket was left . Pleased and took the bread and the child returned home .
Sops loaves next day . Today was the last day players are jockeying like . The girl was still standing in a corner . He finally got the little bread . The girl came home with the bread . Then come home and cut the bread has turned into a gold coin . The girl 's mother told him the coin return of Seth .

Seth reached the gold coin to return the girl said - " Son, I purposely put this coin in the little bread . I wanted to reward the child with the most patience . So you can keep the coin . "

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